सोफ़िया ओ सोफ़िया सोफ़िया
सोफ़िया ओ सोफ़िया सोफ़िया
मेरा ये दिल धड़क रहा है
तेरे लिए सोफ़िया
मेरा ये दिल तड़प रहा है
तेरे लिए सोफ़िया
तेरी साँसों में जो ख़ुशबू है
वो मेरे लिए ही तो है
तू है मोहब्बत मेरी और ये ज़िन्दगी
तेरे लिए ही तो है सोफ़िया
मैं बना हूँ तेरे लिए
और तू बनी है मेरे लिए
आज नहीं कभी न कभी
तुम भी हमसे कहोगी
तेरे सिवा कोई नहीं है
बस एक तू ही है मेरे लिए
सोफ़िया ओ सोफ़िया सोफ़िया
सोफ़िया ओ सोफ़िया सोफ़िया
मेरा ये दिल धड़क रहा है
तेरे लिए सोफ़िया
मेरा ये दिल तड़प रहा है
तेरे लिए सोफ़िया
देखा जब से बेख़ुदी छायी है
तेरी सूरत आँखों मे समायी है
चार दिन की ज़िन्दगी है
आ प्यार कर लें
एक दूसरे पर एतबार कर लें
सोफ़िया ओ सोफ़िया सोफ़िया
सोफ़िया ओ सोफ़िया सोफ़िया
मेरा ये दिल धड़क रहा है
तेरे लिए सोफ़िया
मेरा ये दिल तड़प रहा है
तेरे लिए सोफ़िया
शायिर: विनय प्रजापति ‘नज़र’
लेखन वर्ष: २००१-२००२