ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
क्या किससे कैसे कहूँ क्या हुआ है
यह सब तेरी चाहत तेरी दुआ है
पल-पल तेरे लिए बेक़रारी हो गयी है
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
तेरी नज़र ने उफ़ क्या जादू किया है
दीवाने का दिल प्यार में बेक़ाबू किया है
देख लो किस क़दर नाचारी हो गयी है
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
मेरे ख़ाबों में तेरा आना जब हुआ
मेरी सीने से दिल का जाना तब हुआ
मीठे-से दर्द की बेशुमारी हो गयी है
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
तेरी तस्वीर से बातें करने लगा हूँ
थोड़ा पागल ख़ुद को भी लगने लगा हूँ
मेरी आरज़ू बहुत बेचारी हो गयी है
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
शायिर: विनय प्रजापति ‘नज़र’
लेखन वर्ष: २००४
10 replies on “ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है”
तेरी तस्वीर से बातें करने लगा हूँ
थोड़ा पागल ख़ुद को भी लगने लगा हूँ
मेरी आरज़ू बहुत बेचारी हो गयी है
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
kya baat hai…bahut pyaari baat kah di
तेरी नज़र ने उफ़ क्या जादू किया है
दीवाने का दिल प्यार में बेक़ाबू किया है
देख लो किस क़दर नाचारी हो गयी है
waah bahut jadu hai in shabdon mein bahut sundar
क्या बात है बहुत ही अच्छा ।
मेरे ख़ाबों में तेरा आना जब हुआ
मेरी सीने से दिल का जाना तब हुआ
मीठे-से दर्द की बेशुमारी हो गयी है
” touched me”
regards
मेरे ख़ाबों में तेरा आना जब हुआ
मेरी सीने से दिल का जाना तब हुआ
मीठे-से दर्द की बेशुमारी हो गयी है
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
सुन्दर लेखनी है और लेखनी की असीम कृपा है आपे बना हुआ …. बहोत खूब ,,ढेरो साधुवाद..
बहुत बढ़िया, विनय. जारी रहो!!
ज़िन्दगी प्यार से प्यारी हो गयी है
मुझे रात-दिन तेरी ख़ुमारी हो गयी है
bahut khoob likhaa hai aapane..badhaayi.
मेरे ख़ाबों में तेरा आना जब हुआ
मेरी सीने से दिल का जाना तब हुआ
मीठे-से दर्द की बेशुमारी हो गयी है
वाह विनय जी बहुत ही लंबा सिक्सर मारा है आपने बधाई
बहुत खूब……
लाखों-करोड़ों सलाम मुझे चाहने वालों को… आप सभी का शुक्रिया…