प्यार ज़िन्दगी को बदल देता है
उड़ जाये होश खो जाये दिल
कुछ ऐसा काम कर जाता है
मेरे सपनों में कोई आने लगा
देने लगा मुझको कोई सज़ा
एतबार क्यों ख़ुद पर न रहा
वह मेरा यह हाल कर गया
हो गया प्यार हो गया प्यार
मुझको उससे प्यार हो गया
प्यार ज़िन्दगी को बदल देता है
उड़ जाये होश खो जाये दिल
कुछ ऐसा काम कर जाता है
चार-सू वह नज़र आने लगा
छाने लगा मुझ पर यह नशा
एतबार क्यों ख़ुद पर न रहा
वह मेरा यह हाल कर गया
हो गया प्यार हो गया प्यार
मुझको उससे प्यार हो गया
प्यार ज़िन्दगी को बदल देता है
उड़ जाये होश खो जाये दिल
कुछ ऐसा काम कर जाता है
शायिर: विनय प्रजापति ‘नज़र’
लेखन वर्ष: १९९८-१९९९