मैंने प्यार किया
तुमसे प्यार किया
तुम भी कह दो
तुमने प्यार किया
तुमसे प्यार किया
तुम हो वही जिससे
मैंने प्यार किया…
तुम हो मेरी
यह जाना मैंने
तुम हो मेरी
यह माना मैंने
इसलिए तो
तुमसे प्यार किया
मैंने प्यार किया
तुमसे प्यार किया
दिल की बात
दिल में थी
वह अब ज़ुबाँ पर
भी आ गयी
तुम भी तो
कहना चाहती थी
फिर किसलिए
तुम घबरा गयी
दिल की बात
ज़ुबाँ पर आ गयी
मैंने प्यार किया
तुमसे प्यार किया
मैंने तुमको देखा
अपना दिल दिया
अब तक डरता था
आज कह दिया…
तुम हो ज़िन्दगी
तुम हो बन्दगी
सबके सामने
मैंने कह दिया
ऐसा क्या किया
जादू चल गया
मैंने प्यार किया
तुमसे प्यार किया
शायिर: विनय प्रजापति ‘नज़र’
लेखन वर्ष: १९९८-१९९९