मुश्किल बड़ा यह प्यार है
जीना इस प्यार में दुश्वार है
दिल में उसका ही ख़्याल है
लबों पर उसका ही नाम है
रब जाने कहाँ मेरा यार है
जिसके लिए दिल बेक़रार है
तेरे प्यार की यह राह है
तुझे ही ढूँढ़ती मेरी निगाह है
मुश्किल बड़ा यह प्यार है
जीना इस प्यार में दुश्वार है
जानाँ मुझे तेरा इन्तज़ार है
इश्क़ का तुझसे इक़रार है
मेरे दिल में अनबुझ प्यास है
हर राह पर तेरी तलाश है
मरू जैसा बंजर दिल मेरा
तू प्यार की पहली बरसात है
शायिर: विनय प्रजापति ‘नज़र’
लेखन वर्ष: २००१-२००२