प्यार है तुमसे तुम्हीं से सिर्फ़ तुम्हीं से
मेरी बेक़रारियों को क़रार है तुम्हीं से
सहर-शब सुबहो-शाम सब तुम्हीं से
सीने में दिल दिल में धड़कन तुम्हीं से
मेरी मंज़िल मेरा मुक़ाम मेरा हौसला तुम्हीं से
मेरी इन्तिहाँ मेरा अंजाम है तुम्हीं से
तुम हो जाने तमन्ना मेरी तमन्ना तुम्हीं से
‘नज़र’ को ज़ीस्त ज़ीस्त को जीवन तुम्हीं से
शायिर: विनय प्रजापति ‘नज़र’